कहीं नहीं वहीं वाक्य
उच्चारण: [ khin nhin vhin ]
उदाहरण वाक्य
- 1994-अशोक वाजपेयी / कहीं नहीं वहीं (काव्य)
- कहीं नहीं वहीं-अशोक वाजपेयी (सारी कविताएं) 52. सब कुछ होना बचा रहेगा-विनोद कुमार शुक्ल (सारी कविताएं)
- कहीं नहीं वहीं-अशोक वाजपेयी (सारी कविताएं) 52. सब कुछ होना बचा रहेगा-विनोद कुमार शुक्ल (सारी कविताएं) व्यंग्य 53. शरद जोशी 54.
- एक पतंग अनंत में, कहीं नहीं वहीं, समय के पास समय, अगर इतने से, कुछ रफू कुछ थिगड़े, दुख चिट्ठीरसा है इत् यादि.
- (उम् मीद का दूसरा नाम) कभी ग् वालियर तबादले पर खिन् नमन विस् थापन बोध प्रबल रहा है (कहीं नहीं वहीं) तो कभी कविता के आकाश को सामाजिक जरूरतों से जोड़ने में भी वे संलग् न रहे.